शुक्रवार, 10 मई 2024

तुम ही तो हो

 क्या तुमने तसले के पानी के साथ

बच्चे को कभी फेंका!

खीज तो होती है

जब गुलाब के कांटे 

गड़ जाते हैं उंगलियों में

पर कौन छोड़ता है प्यार करना

गुलाब से!

तुमने मेरे लिए एक-एक चीज में

अपने प्यार के दस्तखत छोड़े हैं

अब मैं पहचान सकता हूं उन्हें

होते होते होते पहचान होती है।

कुछ कुंडलियां काका के नाम

 राम नाम पर लूट है, बेशर्मी से लूट

भगत लुटेरे थे रहे, देयर इज नो डिस्प्यूट।

देयर इज नो डिस्प्यूट बन गये तुलसी बाबा

करें तिजोरी की नित सेवा काशी काबा

कह सुधांशु कविराय ओढ़ चादर रमनामी

बन महंत इतराते सकल कुटिल, खल, कामी।।


राम नाम पर लूट है, दोनों हाथों लूट

सेल लगी है बावरे, मनचाही है छूट।

मनचाही है छूट, उठा ले जो मन भावे

राज, काज, प्रासाद, बैंक-बैलेंस बना ले

कलजुग में यह काल नहीं फिर कर आयेगा

चूका तो भूखा नंगा रह मर जायेगा।


राम नाम पर लूट है, लूट सके तो लूट

चादर की महिमा बड़ी, सभी करें सैल्यूट

सभी करें सैल्यूट धनी, गुणवंत, विशारद

सभी कदम चूमें, रक्षक हों जन, गन, गारद

जहां जाय आशीष वहीं धन, पद चलि जावें

लेखक, कवि अखवार सभी चालीसा गावें।

प्रथम मिलन

 आप बुत की तरह थिर खड़े रह गये

मुझको नजरें उठाकर निहारा नहीं।

यूं ही बजती रहीं कांच की चूड़ियां

आप को मेरा मिलना गवारा नहीं।

आपको क्या पता इश्क क्या चीज़ है

ये वो दरिया है जिसका किनारा नहीं।

घुप अंधेरे में ये आसमां का सफर

जो कि रहबर बने वो सितारा नहीं।

रावण दहन

 रावण ने कहा, राम, 

तुमने मुझे मार दिया

लेकिन मैं मरा नहीं

जी जाता हूं हर साल

तुम्हारे भक्त मुझे 

फिर जला देते हैं

और मैं फिर आ जाता हूं

बारह महीने बाद।


तुम अंतर्यामी हो

तो जानते ही होंगे

मेरे भक्त अब भी 

तेरे से अधिक हैं,

अनेकानेक

तेरे पाखंडी भक्त

तुम्हारी भक्ति की

ओढ़े हुए हैं खाल

मैं भी जानता हूं

उनके हृदय का हाल।


भौतिक अस्तित्व?

न मैं रहा न तुम रहे

भावनाओं की बात हो

तो मेरा साम्राज्य तेरे से बड़ा है।


और सुनो,

मेरे नाम पर पाखंड नहीं पलता

पाप से अर्जित तेल नहीं जलता।


इतना ही नहीं, यह भी सुनो

झगड़े की जड़ सीता को

मैंने कम ही यंत्रणा दी थी

तुम्हारे मुकाबले।

इबारत

 किसी बच्चे ने स्लेट पर

किसी सवाल का हल बनाया

मास्टर को दिखाया

हल ग़लत हो या सही

स्लेट साफ जरूर होगी

हल हर हालत में मिटेंगे।

मैं काली स्लेट पर 

उजली खड़िया से लिखे

उसी हल की इबारत हूं।

स्लेट को साफ कर दो

अगले सवाल का हल लिखने।