शनिवार, 13 दिसंबर 2014

बुधुआ मज़दूर

बुधुआ का बाप मरा होकर बीमार 
बुधुआ के सर आया किरिया का भार। 

पंडित ने पकड़ा दी लम्बी फेहरिस्त 
बुधुआ बाजार चला लेकर के लिस्ट। 

साथ महाजन लेकर देने सहयोग
कर्ज मिटा सकता निर्धनता का रोग। 

किरिया संपन्न हुई तेरह दिन बाद
भोज जिमा लोगों ने ले-लेकर स्वाद। 

रुपये झर भागे ज्यों मुट्ठी से रेत  
दो हफ्ते बाद बिके बुधुआ के खेत। 

बँधकर रिवाज़ों से, होकर मजबूर   
ईंटों के भट्ठे पर बुधुआ मज़दूर। 


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किरिया = श्राद्ध के क्रिया-कर्म 

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